Wednesday, October 21, 2015

Lakshmi Stuti - 9

वन्दे मात: तव च चरणौ नित्यमानन्दहेतू
कुर्वे पूजामुचितविधिना पद्मपुष्पाधिवासे ।
तन्वे भक्त्या चरितममृतं सर्वदा ते सहर्षं
भाषे गाथां परममधुरां शोभनां शोभनानाम् ।।९।।
हे लक्ष्मी आप चरणों मेरा प्रणाम जो हमेशा आनन्ददायक है । हे पद्म पुष्प में वास करनेवाली, उचित विधियों से आपकी पूजा करता हूं ।आप अमृत चरित को सर्वदा हर्ष के साथ गाता हूं । आप की परम मधुर गाथा को जो मङ्गल के लिए मङ्गल है उसे हमाशा कहता हूं ।।

I bow at your feet that give happiness always. O Lakshmi, I do worship as per laid down practice's. I always sing your story of nectar always. I speak you sweet story that welfare of all welfares.

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